जब स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड में निवेश की बात आती है तो सबसे पहले यह याद रखें, स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड कैटेगरी अत्यधिक जोखिम भरा है, हालांकि अन्य कैटेगरी के मुकाबले इसमें रिटर्न देने की क्षमता भी अधिक है.
ये फंड उन कंपनियों में निवेश करते हैं जिनकी बाजार पूंजीकरण 5,000 करोड़ रुपये से कम होती है. भविष्य में ये कम्पनियाँ मिड कैप और लार्ज कैप बनती है और इस प्रोसेस में उच्च रिटर्न उत्पन्न करती है. ये फंड उन निवेशकों के लिए बढ़िया हैं जो लंबे समय तक निवेश करने और जोखिम उठाने के लिए तैयार हैं.
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स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड क्या हैं?
स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड्स मुख्य रूप से उन कंपनियों में निवेश करते हैं, जो बाजार पूंजीकरण के आधार पर 251वें स्थान से नीचे होती हैं. ये कंपनियां आमतौर पर अपने विकास के प्रारंभिक चरण में होती हैं और भविष्य में तेजी से बढ़ने की संभावना रखती हैं.
स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड की मुख्य विशेषताएं
- विकास की संभावना : ये फंड मिड-कैप और लार्ज-कैप फंड्स की तुलना में अधिक रिटर्न देने में सक्षम हैं
- जोखिम प्रोफ़ाइल उच्च : ये फंड बाजार के उतार-चढ़ाव के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं
- निवेश अवधि : कम से कम 5–7 वर्षों या अधिक समय के लिए ठीक है
स्मॉल-कैप फंड क्यों चुनें?
स्मॉल-कैप फंड्स उभरती हुई कंपनियों में निवेश करने का अवसर देते हैं जिनमें तेजी से बढ़ने की संभावना होती है. इन्हें पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए शामिल किया जा सकता है.
2025 के लिए बेस्ट स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड्स
इन फंड्स का चुनाव पुराने अच्छे रिटर्न और मजबूत पोर्टफोलियो के आधार पर किया गया है –
फंड का नाम | 1 साल का रिटर्न | 3 साल का रिटर्न | 5 साल का रिटर्न |
---|---|---|---|
बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड | 16% | 20% | 33% |
निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड | 14% | 24% | 32% |
केनरा रोबेको स्मॉल कैप फंड | 11% | 18% | 30% |
एडेलवाइस स्मॉल कैप फंड | 16% | 22% | 30% |
टाटा स्मॉल कैप फंड | 20% | 23% | 29% |
टॉप स्मॉल-कैप फंड्स के SIP रिटर्न
अगर आप SIP के जरिए निवेश करना चाहते हैं, तो यहां उनके रिटर्न का प्रदर्शन है –
फंड का नाम | SIP रिटर्न (3 साल) | SIP रिटर्न (5 साल) |
---|---|---|
बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड | 24% | 30% |
निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड | 26% | 33% |
केनरा रोबेको स्मॉल कैप फंड | 19% | 28% |
एडेलवाइस स्मॉल कैप फंड | 25% | 30% |
टाटा स्मॉल कैप फंड | 25% | 31% |
स्मॉल-कैप फंड्स में निवेश के जोखिम
स्मॉल-कैप फंड्स में निवेश फायदेमंद हो सकता है, लेकिन इनमें कुछ प्रमुख जोखिम भी शामिल हैं. इनमें उतार-चढ़ाव का जोखिम सबसे बड़ा है, क्योंकि इन फंड्स में निवेशित कंपनियों के शेयर की कीमतें बाजार के अनुसार तेज़ी से ऊपर-नीचे हो सकती हैं.
इसके अलावा, लिक्विडिटी जोखिम भी रहता है, क्योंकि कम ट्रेडिंग वॉल्यूम के चलते इन कंपनियों के शेयरों को खरीदना या बेचना मुश्किल हो सकता है.
साथ ही, ये फंड्स आर्थिक मंदी के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं, जिससे कमजोर आर्थिक परिस्थितियों में इनके प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. इन जोखिमों को समझते हुए ही निवेश का निर्णय लेना चाहिए.
स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड्स से जुड़े सामान्य सवाल
2025 के लिए सबसे अच्छा स्मॉल-कैप फंड कौन सा है?
बैंक ऑफ इंडिया स्मॉल कैप फंड और निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड शानदार प्रदर्शन और उभरते क्षेत्रों में फोकस के कारण बेहतरीन विकल्प हैं.
स्मॉल-कैप फंड्स के लिए आदर्श निवेश अवधि क्या है?
कम से कम 5–7 वर्षों तक निवेश करने की सलाह दी जाती है ताकि बाजार के उतार-चढ़ाव का प्रभाव कम हो सके
स्मॉल-कैप और मिड-कैप फंड्स में क्या अंतर है?
स्मॉल-कैप फंड्स छोटी, उभरती कंपनियों में निवेश करते हैं, जो अधिक जोखिम और उच्च रिटर्न की संभावना रखते हैं. मिड-कैप फंड्स अपेक्षाकृत स्थिर और बड़ी कंपनियों में निवेश करते हैं.
स्मॉल-कैप फंड्स में SIP करना उचित है?
हां, SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए निवेश करना समझदारी है. यह निवेश की लागत को औसत करता है और जोखिम कम करता है.
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नमस्कार, मेरा नाम सत्यजित सिंह है, मै म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर, एलआईसी एजेंट और वेब कंटेट क्रियेटर हूँ, मैंने म्यूचुअल फंड, स्टॉक, इन्सुरेंस और बिजनेस से संबंधित हजारों आर्टिकल लिखें हैं, निवेश संबंधित खबरों के लिए आप मुझसे जुड़ सकते हैं – धन्यवाद