फार्मा या हेल्थकेयर फंड सेक्टोरल म्यूचुअल फंड्स होते हैं, जो अपने कुल पैसे का कम से कम 80% हिस्सा हेल्थकेयर और फार्मा से जुड़ी कंपनियों में लगाते हैं.
इनमें दवा कंपनियाँ, अस्पताल, मेडिकल डिवाइसेज़, लैब टेस्टिंग, बायोटेक्नोलॉजी जैसी कंपनियाँ शामिल होती हैं.
ये फंड क्यों खास हैं?
- हमेशा डिमांड में रहने वाला सेक्टर – बीमारी किसी वक्त नहीं देखती, इसलिए हेल्थकेयर सेक्टर में डिमांड हमेशा बनी रहती है.
- मंदी में भी बचाव – जब शेयर बाजार में गिरावट होती है, तब भी हेल्थकेयर कंपनियाँ अक्सर अच्छा प्रदर्शन करती हैं.
- लंबी अवधि में फायदा – अगर आप 5 साल या उससे ज्यादा समय के लिए निवेश करते हैं, तो ये फंड अच्छा रिटर्न दे सकते हैं
टॉप हेल्थकेयर फंड्स और उनका प्रदर्शन
फंड का नाम | SIP रिटर्न (5 साल) | SIP वैल्यू | खर्च (Expense Ratio) |
---|---|---|---|
ICICI Pru Pharma | 24.64% | 11.03 लाख रुपये | 1.06% |
SBI Healthcare | 22.07% | 10.37 लाख रुपये | 1.94% |
DSP Healthcare | 20.96% | 10.09 लाख रुपये | 0.62% |
Tata Pharma | 21.04% | 10.11 लाख रुपये | 0.63% |
Mirae Healthcare | 20.5% | 9.98 लाख रुपये | 0.50% |
UTI Healthcare | 21.48% | 10.22 लाख रुपये | 1.28% |
Nippon India Pharma | 20.69% | 10.03 लाख रुपये | 0.89% |
Aditya Birla Pharma | 19%+ | 9.64 लाख रुपये | 1.05% |
क्या हैं जोखिम?
सिर्फ एक सेक्टर पर निर्भर – ये फंड एक ही सेक्टर में निवेश करते हैं. अगर हेल्थकेयर सेक्टर में गिरावट आई, तो नुकसान ज्यादा हो सकता है.
सरकारी नियमों का असर – सरकार दवाओं की कीमत या नियमों में बदलाव करे, तो इन कंपनियों की कमाई पर असर पड़ता है.
विदेशी बाजार का असर – कई कंपनियाँ बाहर के देशों से कमाई करती हैं, तो डॉलर-रुपया का असर रिटर्न पर पड़ सकता है
कौन करें निवेश?
फार्मा और हेल्थकेयर फंड उन लोगों के लिए सही हैं जो 5 साल या उससे ज्यादा समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और बाजार की हल्की-फुल्की गिरावट से नहीं घबराते, ये फंड जोखिम वाले होते हैं, इसलिए इन्हें वही चुनें जिनमें जोखिम सहने की क्षमता हो.
अगर आप नए निवेशक हैं और अभी शुरुआत कर रहे हैं, तो पहले डाइवर्सिफाइड फंड्स जैसे लार्ज कैप या बैलेंस्ड फंड्स में निवेश करना बेहतर रहेगा.
कैसे करें निवेश?
फार्मा और हेल्थकेयर फंड्स में निवेश की सबसे अच्छी तरीका SIP है, जहाँ आप हर महीने 500 रुपये या 1000 रुपये जैसी छोटी राशि से शुरुआत कर सकते हैं. इससे निवेश का जोखिम समय के साथ कम होता है और मार्केट के उतार-चढ़ाव का असर घटता है.
अगर आपके पास एक साथ बड़ी रकम है, तो लंपसम निवेश तभी करें जब बाजार में गिरावट हो और फंड की वैल्यूएशन सस्ती दिखे, इससे अच्छे रिटर्न की संभावना बढ़ जाती है.
फार्मा फंड – फायदे और नुकसान –
फायदे | नुकसान |
---|---|
हमेशा मांग बनी रहती है | सिर्फ एक सेक्टर पर निर्भर |
मंदी में सहारा मिल सकता है | सरकार के नियमों से असर |
पोर्टफोलियो में डाइवर्सिफिकेशन | कभी-कभी ज्यादा महंगे हो जाते हैं |
एक्सपर्ट सलाह –
- अपने कुल निवेश का केवल 10 -15% हिस्सा ही हेल्थकेयर फंड्स में लगाएं
- धीरे-धीरे निवेश करें – एक साथ बहुत पैसा न लगाएं
- केवल अनुभवी और जोखिम झेलने वाले निवेशकों के लिए यह फंड सही है
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नमस्कार, मेरा नाम सत्यजित सिंह है, मै म्यूचुअल फंड, एलआईसी एजेंट और वेब कंटेट क्रिएशन के क्षेत्र से जुड़ा हूँ, मैंने म्यूचुअल फंड, स्टॉक, इन्सुरेंस और बिजनेस से संबंधित हजारों आर्टिकल लिखें हैं, निवेश संबंधित खबरों के लिए आप मुझसे जुड़ सकते हैं – धन्यवाद