2025 में बेहतर रिटर्न के लिए टॉप फोकस्ड म्यूचुअल फंड्स

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कई म्यूचुअल फंड निवेशक मानते हैं कि एक Focused Portfolio बेहतर रिटर्न प्राप्त करने में मदद कर सकता है. उनका मानना है कि कई म्यूचुअल फंड स्कीम्स औसत रिटर्न देती हैं क्योंकि उनका पोर्टफोलियो अत्यधिक विस्तृत होता है. ऐसे निवेशक फोकस्ड म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश करने पर विचार कर सकते हैं.

फोकस्ड म्यूचुअल फंड क्या हैं?

सेबी (SEBI) के नियमों के अनुसार, फोकस्ड इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम्स को अधिकतम 30 शेयरों के पोर्टफोलियो में निवेश करना होता है. इन स्कीम्स को निवेश के मामले में अन्य कोई प्रतिबंध नहीं होता. ये फ्लेक्सी कैप स्कीम्स की तरह किसी भी मार्केट कैपिटलाइज़ेशन (लार्ज, मिड, स्मॉल कैप) और सेक्टर में निवेश कर सकती हैं.

लाभ और जोखिम

इन फंड्स का पोर्टफोलियो सीमित होता है, इसलिए फंड मैनेजर की Conviction and stock-picking skills पर बहुत कुछ निर्भर करता है.

  • लाभ : यदि फंड मैनेजर सही निवेश चुनता है, तो इन स्कीम्स से शानदार रिटर्न मिल सकता है.
  • जोखिम : गलत निर्णय की स्थिति में स्कीम को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है.

निवेश के लिए उपयुक्त कौन है?

यदि आप उच्च जोखिम लेने के लिए तैयार हैं और आपकी निवेश अवधि 7 साल या उससे अधिक है, तो आप इन फंड्स में निवेश कर सकते हैं.

जनवरी 2025 के लिए टॉप फोकस्ड इक्विटी म्यूचुअल फंड्स

  • 360 ONE Focused Equity Fund – Direct Plan – 7 वर्ष के दौरान 16.80 प्रतिशत रिटर्न
  • SBI Focused Equity Fund – Direct Plan – 7 साल के दौरान 14 फीसदी रिटर्न
  • Sundaram Focused Fund – Direct Plan – 7 साल में 14.46 फीसदी रिटर्न
  • Quant Focused Fund – Direct Plan – 7 साल में 14.81 प्रतिशत रिटर्न

फंड्स के चयन की प्रक्रिया

मीन रोलिंग रिटर्न्स को पिछले तीन वर्षों के लिए दैनिक आधार पर मापा गया है, जो फंड के प्रदर्शन का average trend दिखाता है. इसके अलावा, फंड की sustainability को Hurst Exponent (H) के माध्यम से जांचा गया है. यदि H < 0.5 है, तो यह दर्शाता है कि रिटर्न्स औसत की ओर लौटने की प्रवृत्ति रखते हैं, जबकि H > 0.5 होने पर यह रिटर्न्स में एक निश्चित प्रवृत्ति या ट्रेंड को दर्शाता है.

इसके साथ ही, डाउनसाइड रिस्क को केवल नकारात्मक रिटर्न्स के आधार पर मापा गया है, जिससे यह पता चलता है कि नुकसान की संभावना कितनी है. फंड की outperformance को जेनसेन का अल्फा के माध्यम से मापा गया है, जो बताता है कि फंड ने बाजार के अपेक्षित रिटर्न की तुलना में कितना बेहतर प्रदर्शन किया है.

अंत में, एसेट साइज को भी ध्यान में रखा गया है, जिसमें केवल वे फंड चुने गए हैं जिनका एसेट साइज 50 करोड़ रुपये या उससे अधिक है.

निवेश करते समय ध्यान रखें

फोकस्ड फंड्स में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है, लेकिन सही रणनीति और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से यह अच्छा रिटर्न दे सकता है. आपकी जोखिम सहनशीलता और निवेश का उद्देश्य इस निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.

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