भारतीय शेयर बाजार इन दिनों अस्थिरता के दौर से गुजर रहा है, निफ्टी 50 और सेंसेक्स अपने रिकॉर्ड हाई से थोड़े नीचे ट्रेड कर रहे हैं.
2023 और 2024 में शानदार प्रदर्शन के बाद मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में तेज़ गिरावट आई है. इसके पीछे मुख्य कारण प्रॉफिट बुकिंग, लिक्विडिटी की कमी और ज्यादा वैल्यूएशन थे. हालांकि, मिड और स्मॉलकैप कंपनियों की लंबी अवधि की ग्रोथ स्टोरी अब भी मजबूत बनी हुई है.
इन कंपनियों की खास बात ये है कि ये बाजार में गिरावट के समय भले ही पीछे रह जाएं, लेकिन स्थिरता लौटते ही ये तेजी से उभरती हैं.
ऐसे में, अगर कोई निवेशक SIP के ज़रिए अनुशासित निवेश करता है तो वो इन उतार-चढ़ावों को झेलते हुए लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न हासिल कर सकता है.
आइए जानते हैं उन 5 म्यूचुअल फंड्स के बारे में जिन्होंने बीते 10 सालों में सबसे ज़्यादा रिटर्न दिए हैं.
निप्पॉन इंडिया स्मॉल कैप फंड
शुरुआत: सितंबर 2010
10 साल की औसत वार्षिक रिटर्न (CAGR): 23.52%
एसेट साइज: 58,028 करोड़ रुपये
यह फंड छोटे और उभरते व्यवसायों में निवेश करता है जो अक्सर नजरअंदाज किए जाते हैं. जोखिम थोड़ा अधिक होता है लेकिन संभावित रिटर्न भी बड़ा होता है.
प्रमुख होल्डिंग्स –
- HDFC बैंक
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज
- डिक्सन टेक्नोलॉजीज़
मुख्य सेक्टर्स –
- कैपिटल गुड्स
- हेल्थकेयर
- केमिकल्स
SBI स्मॉल कैप फंड
शुरुआत: सितंबर 2009
10 साल की औसत वार्षिक रिटर्न (CAGR): 22.61%
एसेट साइज: 31,790 करोड़ रुपये
यह फंड मजबूत फंडामेंटल और स्केलेबल बिज़नेस मॉडल वाली छोटी कंपनियों में निवेश करता है. फंड मैनेजमेंट टीम अनुभवी है और चयन बहुत सोच-समझकर किया जाता है.
प्रमुख होल्डिंग्स –
- SBFC फाइनेंस
- DOMS इंडस्ट्रीज़
- कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
मुख्य सेक्टर्स –
- फाइनेंस
- कैपिटल गुड्स
- केमिकल्स
मोतिलाल ओसवाल मिडकैप फंड
शुरुआत: फरवरी 2014
10 साल की औसत वार्षिक रिटर्न (CAGR): 21.17%
एसेट साइज: 27,780 करोड़ रुपये
यह फंड मिडकैप कंपनियों पर केंद्रित है जो स्थिरता के साथ ग्रोथ देने में सक्षम होती हैं. इसका निवेश सिद्धांत QGLP (Quality, Growth, Longevity, Price) मॉडल पर आधारित है.
प्रमुख होल्डिंग्स –
- पर्सिस्टेंट सिस्टम्स
- कोफोर्ज
- कल्याण ज्वेलर्स
मुख्य सेक्टर्स –
- IT
- ज्वेलरी
- इलेक्ट्रिकल्स
HSBC स्मॉल कैप फंड
(पूर्व में L&T एमर्जिंग बिज़नेस फंड)
शुरुआत: मई 2014
10 साल की औसत वार्षिक रिटर्न (CAGR): 21.16%
एसेट साइज: 14,737 करोड़ रुपये
HSBC द्वारा L&T म्यूचुअल फंड के अधिग्रहण के बाद इस फंड का नाम बदला गया लेकिन निवेश रणनीति पहले जैसी ही बनी रही.
प्रमुख होल्डिंग्स –
- के.पी.आर. मिल
- न्यूलैंड लैब्स
- आदित्य बिरला रियल एस्टेट
मुख्य सेक्टर्स –
- फाइनेंस
- हेल्थकेयर
- कैपिटल गुड्स
एक्सिस स्मॉल कैप फंड
शुरुआत: (तिथि नहीं बताई गई)
10 साल की औसत वार्षिक रिटर्न (CAGR): 20.74%
एसेट साइज: 23,318 करोड़ रुपये
यह फंड गुणवत्ता-आधारित निवेश रणनीति अपनाता है और मजबूत बैलेंस शीट वाली कंपनियों को प्राथमिकता देता है, जोखिम कम होता है और उतार-चढ़ाव में भी यह फंड स्थिर बना रहता है.
प्रमुख होल्डिंग्स –
- कृष्णा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज
- चोलामंडलम फाइनेंशियल होल्डिंग्स
- ब्लू स्टार लिमिटेड
मुख्य सेक्टर्स –
- हेल्थकेयर
- फाइनेंस
- IT
पिछले 10 वर्षों में टॉप म्यूचुअल फंड्स का परफॉर्मेंस (As on 27 May, 2025)
Scheme Name | CAGR (3 Yr) | CAGR (7 Yr) | CAGR (10 Yr) | Information Ratio | Up/Down Capture Ratio |
---|---|---|---|---|---|
Nippon India Small Cap Fund | 28.39% | 22.68% | 23.52% | 0.36 | 1.34 |
SBI Small Cap Fund | 20.93% | 19.51% | 22.61% | 0.29 | 1.11 |
Motilal Oswal Midcap Fund | 34.66% | 26.01% | 21.17% | 0.41 | 1.29 |
HSBC Small Cap Fund | 25.52% | 18.72% | 21.16% | -0.30 | 1.14 |
Axis Small Cap Fund | 21.82% | 22.38% | 20.74% | 0.33 | 1.27 |
कैटेगरी एवरेज और इंडेक्स कंपेरिजन
Category / Index | CAGR (3 Yr) | CAGR (7 Yr) | CAGR (10 Yr) | Information Ratio | Up/Down Capture Ratio |
---|---|---|---|---|---|
Category Average – Mid Cap | 23.09% | 18.16% | 18.20% | 0.42 | 1.04 |
Small Cap Fund (Avg.) | 23.24% | 18.81% | 19.26% | 0.29 | 1.20 |
Nifty Smallcap 250 – TRI | 22.84% | 15.44% | 16.16% | 0.28 | 1.05 |
Nifty Midcap 150 – TRI | 23.91% | 18.51% | 18.88% | 0.35 | 1.00 |
CAGR: Compound Annual Growth Rate (सालाना रिटर्न)
Information Ratio: फंड मैनेजर की स्किल का माप
Up/Down Capture Ratio: मार्केट तेजी या मंदी में फंड की परफॉर्मेंस
Source: ACE MF (Direct Plan – Growth Option)
अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं और थोड़ी अस्थिरता सहन कर सकते हैं, तो ये मिड और स्मॉलकैप फंड्स आपके पोर्टफोलियो में शामिल किए जा सकते हैं. SIP के ज़रिए नियमित निवेश कर आप बाजार के उतार-चढ़ाव को संतुलित कर सकते हैं और बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं.
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नोट: निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें.

नमस्कार, मेरा नाम सत्यजित सिंह है, मै म्यूचुअल फंड, एलआईसी एजेंट और वेब कंटेट क्रिएशन के क्षेत्र से जुड़ा हूँ, मैंने म्यूचुअल फंड, स्टॉक, इन्सुरेंस और बिजनेस से संबंधित हजारों आर्टिकल लिखें हैं, निवेश संबंधित खबरों के लिए आप मुझसे जुड़ सकते हैं – धन्यवाद