भारत के प्रमुख फंड हाउसों में से एक, एडेलवाइस म्यूचुअल फंड, ने अपनी सात योजनाओं में निवेश पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. 27 फरवरी से लागू होने वाली, यह प्रतिबंध उन योजनाओं पर लागू होगा जो Global Security में निवेश करती हैं.
नए निवेश पर लगेगी सीमा
एडेलवाइस म्यूचुअल फंड, का दिसंबर तिमाही के अंत में कुल AUM लगभग 1.43 लाख करोड़ रुपये था
फंड हाउस ने घोषणा की है कि 27 फरवरी से प्रति पैन (PAN) प्रति दिन अधिकतम 1 लाख रुपये तक ही निवेश किया जा सकेगा, यह सीमा लंप सम निवेश, स्विच-इन, एसआईपी (SIP), एसटीपी (STP) और अन्य निवेश निवेश तरीकों पर लागू होगी.
किन निवेशकों पर असर पड़ेगा?
- नई निवेश प्रक्रियाओं पर यह सीमा लागू होगी
- कट-ऑफ टाइम से पहले 25 फरवरी, 2023 तक रिपोर्ट किए गए लेनदेन इस प्रतिबंध से प्रभावित नहीं होंगे
- पहले से जारी SIP और STP जारी रहेंगे, उन पर कोई असर नहीं होगा
ये हैं प्रभावित फंड्स
एडेलवाइस ने इन 7 योजनाओं पर निवेश सीमा लागू की है –
- Edelweiss ASEAN Equity Offshore Fund
- Edelweiss Greater China Equity Offshore Fund
- Edelweiss US Technology Equity Fund of Fund
- Edelweiss Emerging Markets Opportunities Equity Offshore Fund
- Edelweiss Europe Dynamic Equity Offshore Fund
- Edelweiss US Value Equity Offshore Fund
- Edelweiss MSCI India Domestic & World Healthcare 45 Index Fund
इस लिस्ट में शामिल 6 योजनाएं पूरी तरह विदेशी प्रतिभूतियों में निवेश करती हैं, जबकि Edelweiss MSCI India Domestic & World Healthcare 45 Index Fund भारत और अमेरिका की प्रमुख हेल्थकेयर कंपनियों में निवेश करता है.
SEBI और RBI का नियम क्या कहता है?
- फरवरी 2022 में, भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने घरेलू म्यूचुअल फंड कंपनियों को विदेशी शेयरों में नए निवेश पर रोक लगाने का निर्देश दिया था,
- इसका उद्देश्य भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा निर्धारित $7 बिलियन की सीमा का पालन सुनिश्चित करना था
- RBI ने प्रत्येक फंड हाउस के लिए $1 बिलियन और विदेशी एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ETFs) में निवेश के लिए भी $1 बिलियन की सीमा तय की थी
- बाद में, SEBI ने RBI सीमा के भीतर रहते हुए विदेशी शेयरों में निवेश फिर से शुरू करने की अनुमति दी
विदेशी निवेश पर म्यूचुअल फंड्स का रिटर्न कैसा रहा?
- चीन-आधारित इक्विटी फंड्स ने पिछले एक साल में 55.38% औसत रिटर्न दिया है
- अमेरिकी फंड्स (Nasdaq 100, S&P 500, NYSE FENG) ने 26% औसत रिटर्न दिया है
- ग्लोबल इक्विटी फंड्स ने 17.48% का औसत रिटर्न दिया है
भारतीय निवेशकों के लिए क्या मायने रखता है?
वर्तमान में, लगभग 70 भारतीय निवेश योजनाएं विदेशी बाजारों में थीमेटिक निवेश पर केंद्रित हैं. इनका कुल AUM लगभग 65,000 करोड़ रुपये है और ये मुख्य रूप से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, उभरती टेक्नोलॉजीज, सेमीकंडक्टर्स और इलेक्ट्रिक वाहनों जैसे क्षेत्रों में निवेश करती हैं.
एडेलवाइस म्यूचुअल फंड का यह फैसला विदेशी निवेश की सीमाओं को नियंत्रित करने के लिए लिया गया है. निवेशकों को नई सीमा को ध्यान में रखते हुए अपने निवेश निर्णय लेने चाहिए और विदेशी बाजारों में निवेश करने से पहले नियमों को समझना चाहिए
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नमस्कार, मेरा नाम सत्यजित सिंह है, मै म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर, एलआईसी एजेंट और वेब कंटेट क्रियेटर हूँ, मैंने म्यूचुअल फंड, स्टॉक, इन्सुरेंस और बिजनेस से संबंधित हजारों आर्टिकल लिखें हैं, निवेश संबंधित खबरों के लिए आप मुझसे जुड़ सकते हैं – धन्यवाद