टाटा के इस योजना ने 1000 रुपये की एसआईपी पर बनाया 1 करोड़

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अगर आपने Tata Midcap Growth Fund में हर महीने 1,000 रुपये का SIP किया होता, तो 30 साल में यह रकम 1.02 करोड़ रुपये बन गई होती, यह फंड लंबी अवधि में शानदार रिटर्न देने वाला साबित हुआ है.

Tata Midcap Growth Fund की शुरुआत

यह फंड 1 जुलाई 1994 को शुरू हुआ था, यानी अब तक इसे 30 साल हो चुके हैं, Tata Mutual Fund भारत की जानी-मानी और पुरानी म्यूचुअल फंड कंपनी है.

फंड का पोर्टफोलियो

इस फंड का 91.36% पैसा शेयरों में लगा होता है –

  • 14.43% – बड़े कंपनियों (Large-cap) में
  • 46.52% – मध्यम कंपनियों (Mid-cap) में
  • 14.58% – छोटी कंपनियों (Small-cap) में

यह फंड खासतौर पर मिड-कैप कंपनियों में निवेश करता है

रिटर्न का इतिहास

  • 30 साल में एवरेज SIP रिटर्न: 17.92% सालाना
  • 20 साल में SIP रिटर्न: 16.9%
  • 10 साल में SIP रिटर्न: 17.99%
  • लॉन्च से अब तक: 13.23% सालाना रिटर्न

1 लाख के निवेश पर कितना मिला?

अगर किसी निवेशक ने साल 1994 में Tata Midcap Growth Fund में एक बार में 1,00,000 रुपये का निवेश किया होता, तो आज 30 साल बाद यह रकम बढ़कर 41.58 लाख रुपये हो गई होती, यानी कुल मुनाफा 40.58 लाख रुपये होता, यह दिखाता है कि लंबी अवधि में म्यूचुअल फंड में निवेश करने से कितना बड़ा फायदा मिल सकता है.

रिस्क प्रोफाइल

  • Standard Deviation (जोखिम): 16.02 – मध्यम जोखिम
  • Sharpe Ratio: 0.77 – ठीक-ठाक रिटर्न रिस्क के अनुसार
  • Beta: 0.91 – थोड़ा बाजार से कम उतार-चढ़ाव
  • Alpha: -1.14 – बेंचमार्क से थोड़ा कम प्रदर्शन

टॉप 5 होल्डिंग्स (कंपनियां)

  1. Max Financial Services – 3.77%
  2. Alkem Laboratories – 3.07%
  3. Jubilant Foodworks – 2.86%
  4. Lupin – 2.79%
  5. Aurobindo Pharma – 2.73%

इस फंड में हेल्थकेयर और कंज्यूमर कंपनियों का अच्छा खासा हिस्सा है.

किन्हें निवेश करना चाहिए?

यह फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो 3 से 4 साल या उससे ज्यादा समय तक निवेश करने का विचार कर रहे हैं. ऐसे लोग जो लंबी अवधि में अच्छा रिटर्न पाना चाहते हैं और मिड-कैप कंपनियों में ग्रोथ के अवसर तलाश रहे हैं, उनके लिए यह फंड एक बेहतर विकल्प हो सकता है.

हालांकि, निवेश करने से पहले यह समझना जरूरी है कि किसी फंड का पिछला प्रदर्शन भविष्य की गारंटी नहीं होता, इसलिए निवेश का निर्णय लेने से पहले किसी SEBI रजिस्टर्ड फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें.

यह पढ़ें : 30 इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने 3 साल में निवेशकों के पैसे को किया दोगुना से ज्यादा

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