अगर आप भारतीय शेयर बाजार की सीमाओं से बाहर जाकर ग्लोबल ग्रोथ में निवेश करना चाहते हैं, तो इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकते हैं.
ये फंड दुनियाभर की बड़ी कंपनियों में निवेश कर डायवर्सिफिकेशन और बेहतर रिटर्न का मौका देते हैं. इस आर्टिकल में हम 2025 के 5 बेस्ट इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स, उनके फायदों, जोखिमों और निवेश से जुड़े जरूरी पहलुओं पर चर्चा करेंगे –
इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स क्या होते हैं?
इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स ऐसे निवेश तरीका है जो आपका पैसा भारत से बाहर की कंपनियों, बॉन्ड्स और अन्य एसेट्स में निवेश करते हैं, ये फंड निवेशकों को अमेरिका, यूरोप, जापान, चीन, ब्राजील और अन्य ग्लोबल मार्केट्स में निवेश का मौका देते हैं.
अगर भारतीय बाजार में गिरावट होती है, तो ये फंड अन्य देशों की आर्थिक मजबूती का फायदा उठाकर आपके पोर्टफोलियो को स्थिर बनाए रख सकते हैं. उदाहरण के लिए –
- निफ्टी 50 ने पिछले 6 महीनों में -1.5% और 1 साल में 8.9% का रिटर्न दिया
- NASDAQ 100 ने इसी अवधि में 19% (6 महीने) और 21% (1 साल) का शानदार प्रदर्शन किया
यह दिखाता है कि ग्लोबल मार्केट में निवेश आपके पोर्टफोलियो को बेहतर संतुलन दे सकता है.
2025 के लिए बेस्ट इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स
Motilal Oswal NASDAQ 100 Fund of Fund
- फोकस : अमेरिकी टेक दिग्गज कंपनियां (NASDAQ 100)
- यह फंड Apple, Microsoft, Amazon जैसी कंपनियों में निवेश करता है और टेक सेक्टर की ग्रोथ से लाभ उठाता है
- नोट: फिलहाल SEBI के नियमों के कारण नए निवेशकों के लिए SIP और लंपसम बंद हैं.
DSP US Flexible Equity Fund of Fund
- फोकस : अमेरिका के विभिन्न सेक्टर (Large, Mid, Growth Stocks)
- यह फंड अमेरिका के लीडिंग फंड्स में निवेश कर डायवर्सिफाइड एक्सपोजर देता है
Franklin India Feeder – Franklin US Opportunities Fund
- फोकस : इनोवेटिव अमेरिकी कंपनियां
- यह फंड हाई ग्रोथ कंपनियों में निवेश करता है, जो लॉन्ग टर्म में शानदार रिटर्न दे सकती हैं
Nippon India US Equity Opportunities Fund
- फोकस : बड़ी अमेरिकी कंपनियां (Tech & Healthcare)
- इस फंड में टेक और हेल्थकेयर सेक्टर की कंपनियों का दबदबा है, जो अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मजबूती देते हैं
Invesco India Global Equity Income Fund of Fund
- फोकस : वैश्विक कंपनियां + डिविडेंड इनकम
- यह फंड हाई क्वालिटी इंटरनेशनल कंपनियों में निवेश करता है और नियमित डिविडेंड इनकम देता है.
बेस्ट इंटरनेशनल फंड्स का प्रदर्शन (वार्षिक रिटर्न % में)
फंड का नाम | 1 साल | 3 साल | 5 साल | 10 साल |
---|---|---|---|---|
Motilal Oswal NASDAQ 100 Fund of Fund | 42.2% | 22.6% | 22.8% | NA |
DSP US Flexible Equity Fund of Fund | 22.7% | 15.5% | 17.9% | 15.3% |
Franklin India Feeder – Franklin US Opportunities Fund | 26.4% | 15.5% | 16.9% | 16.1% |
Nippon India US Equity Opportunities Fund | 26.3% | 15.8% | 16.9% | NA |
Invesco India Global Equity Income Fund of Fund | 20.7% | 15.0% | 15.6% | 11.5% |
इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स में निवेश क्यों करें?
इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने से आपको डायवर्सिफिकेशन का फायदा मिलता है, जिससे आप सिर्फ भारतीय बाजार पर निर्भर रहने के बजाय ग्लोबल ग्रोथ का हिस्सा बन सकते हैं. यह आपको अमेरिका, यूरोप और चीन जैसी मजबूत अर्थव्यवस्थाओं में निवेश का अवसर देता है. जहां टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और अन्य उभरते सेक्टर्स तेजी से बढ़ रहे हैं.
इसके अलावा, करेंसी हेजिंग का फायदा भी मिलता है – यदि रुपया कमजोर होता है, तो डॉलर में किया गया निवेश ज्यादा रिटर्न दे सकता है. साथ ही, यह आपको आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV), बायोटेक्नोलॉजी जैसे हाई-ग्रोथ इंडस्ट्रीज में निवेश करने का मौका देता है, जो भविष्य में बड़े रिटर्न देने की क्षमता रखते हैं.
इंटरनेशनल फंड्स में निवेश से जुड़े जोखिम
- करेंसी फ्लक्चुएशन : अगर रुपया मजबूत होता है, तो विदेशी निवेश से मिलने वाला रिटर्न कम हो सकता है.
- इकोनॉमिक और पॉलिटिकल रिस्क : अमेरिका-चीन टेंशन, ग्लोबल मंदी या अन्य आर्थिक अनिश्चितताओं से फंड प्रभावित हो सकते हैं.
- मार्केट वोलाटिलिटी : छोटे और उभरते बाजारों में तेजी से उतार-चढ़ाव आने की संभावना अधिक होती है.
- अधिक एक्सपेंस रेश्यो : इंटरनेशनल फंड्स का मैनेजमेंट और ट्रांजैक्शन कॉस्ट ज्यादा होने के कारण इनका एक्सपेंस रेश्यो घरेलू फंड्स की तुलना में अधिक होता है.
निवेश से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
SIP vs. Lumpsum
अगर आप निवेश में जोखिम कम रखना चाहते हैं, तो SIP (सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यह मार्केट वोलाटिलिटी को मैनेज करने में मदद करता है. हालांकि, जब बाजार में गिरावट आती है, तब लंपसम निवेश करने से कम दाम में ज्यादा यूनिट्स खरीदने का फायदा मिल सकता है.
लॉन्ग टर्म पर्सपेक्टिव
इंटरनेशनल म्यूचुअल फंड्स लॉन्ग टर्म ग्रोथ के लिए बेहतरीन विकल्प हैं. यदि आप 5+ साल तक निवेश बनाए रखते हैं, तो मार्केट के उतार-चढ़ाव का असर कम होता है और आपके रिटर्न्स बेहतर हो सकते हैं.
टैक्सेशन
अगर आप 3 साल से कम समय के लिए इंटरनेशनल फंड में निवेश करते हैं, तो आपको आपके टैक्स स्लैब के अनुसार टैक्स देना होगा, वहीं, 3 साल से ज्यादा के निवेश पर 20% टैक्स + इंडेक्सेशन बेनिफिट मिलेगा, जिससे लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स को टैक्स में राहत मिलती है.
फंड मैनेजर एक्सपर्टीज
इंटरनेशनल मार्केट्स को समझना और सही समय पर निवेश करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है. इसलिए, ऐसे अनुभवी फंड मैनेजर वाले फंड चुनें, जो मार्केट की गहराई से समझ रखते हों और बेहतर निर्णय लेकर आपके निवेश को ग्रोथ देने में सक्षम हों.
टरनेशनल म्यूचुअल फंड्स डायवर्सिफिकेशन, ग्रोथ और करेंसी हेजिंग का एक शानदार तरीका हैं. हालांकि, रिस्क और एक्सपेंस रेश्यो को ध्यान में रखते हुए ही निवेश करें, सही फंड चुनें, लॉन्ग टर्म नजरिया रखें और अपने इन्वेस्टमेंट गोल्स के अनुसार निर्णय ले.
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नमस्कार, मेरा नाम सत्यजित सिंह है, मै म्यूचुअल फंड डिस्ट्रीब्यूटर, एलआईसी एजेंट और वेब कंटेट क्रियेटर हूँ, मैंने म्यूचुअल फंड, स्टॉक, इन्सुरेंस और बिजनेस से संबंधित हजारों आर्टिकल लिखें हैं, निवेश संबंधित खबरों के लिए आप मुझसे जुड़ सकते हैं – धन्यवाद