Index Fund तो SIP के मामले में रॉकेट निकला, एक साल में 85 फीसदी तक कैटेगरी का ग्रोथ

टीवी और मोबाईल में म्यूचुअल फंड निवेश संबंधित एक एड चलता है, निवेश करना है, तो Index Mutul Fund से शुरु करें. लगता है इस एड ने निवशकों का ध्यान अपनी तरफ खूब खींचा, तभी तो इंडेक्स फंड ने एसआईपी के मामले में, कुल सम्पति प्रबंधन साइज (AUM) में सबसे तेजी से बढ़ने वाले कैटेगरी के रुप में टॉप स्थान प्राप्त किया.

जेरोधा फंड हॉउस रिपोर्ट के अनुसार, बीते एक साल में इंडेक्स फंड कैटेगरी में 85 फीसदी की तगड़ी ग्रोथ देखने को मिली है, इसी दौरान लाइव एसआईपी खातों में भी 80 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली, जो निवेशकों के बीच इंडेक्स फंड निवेश की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है.

इंडेक्स फंड, म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के ग्रोथ रेट से भी आगे

इंडेक्स म्यूचुअल फंड के लिए औसत एसआईपी टिकट साइज, व्यापक म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के समान है, हालाँकि इंडेक्स फंड की ग्रोथ रेट, कुल उद्योग के ग्रोथ रेट से काफी अधिक है, म्यूचुअल फंड इंडट्री का ग्रोथ रेट जहाँ 8 फीसदी है, वहीँ इंडेक्स फंड की ग्रोथ रेट 14 फीसदी है.

इंडेक्स फंड क्या होते हैं?

इंडेक्स म्यूचुअल फंड ऐसे फंड होते हैं जो किसी स्टॉक मार्केट इंडेक्स (जैसे निफ्टी या सेंसेक्स) की नकल करते हैं, फंड मैनेजर इसमें उसी अनुपात में निवेश करते हैं, जैसे इंडेक्स में कंपनियां होती हैं. इसमें मैनेजर खुद से कोई बदलाव नहीं करते, इसलिए इसे पैसिव फंड कहते हैं, इसका मकसद उस इंडेक्स जैसा ही रिटर्न देना होता है यह आसान और कम खर्चीला निवेश का तरीका है.

रिटेल निवेशकों ने जमकर किया निवेश

सितंबर 2024 तक, इंडेक्स फंड्स के कुल AUM का 60% से अधिक हिस्सा खुदरा निवेशकों के पास है, जबकि शेष कॉरपोरेट्स और अन्य संस्थानों के पास है, यह बदलाव इस बात का संकेत है कि रिटेल निवेशक अब निवेश के लिए इंडेक्स फंड्स को उनकी सादगी, किफायत और स्थिरता के कारण प्राथमिकता दे रहे हैं.

ज़ेरोधा फंड हाउस के सीईओ विशाल जैन का कहना है, “जैसे-जैसे लोगों में जागरूकता बढ़ रही है और निवेश तक पहुंच आसान हो रही है, इंडेक्स फंड्स भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेश के लिए एक सरल और किफायती विकल्प के रूप में अपनी जगह पुख्ता कर रहे हैं”

इंडेक्स म्यूचुअल फंड ग्रोथ की ओर अग्रसर

पिछले पांच वर्षों में, इंडेक्स फंड फोलियो का योगदान म्युचुअल फंड उद्योग में 12 गुना बढ़ा है, जहां सितंबर 2019 में ये फोलियो कुल उद्योग का केवल 0.43% थे, वहीं सितंबर 2024 तक यह आंकड़ा 5% तक पहुंच गया है और लगातार बढ़ रहा है.

एसआईपी एयूएम और सक्रिय एसआईपी खातों में बढ़ोतरी यह संकेत देती है कि रिटेल निवेशक अपनी रणनीतियों में तेजी से इंडेक्स फंड्स को शामिल कर रहे हैं. अपनी सादगी, कम लागत और पारदर्शिता के कारण, इंडेक्स फंड्स अब निवेशकों के लिए प्राथमिक विकल्प बनते जा रहे हैं.

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