म्यूचुअल फंड के मुकाबले PPF क्यों है भारतीय निवेशकों की पहली पसंद?

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कल्पना करें कि आपके पास अपने मेहनत से कमाए पैसे को निवेश करने के लिए दो विकल्प हैं. पहला विकल्प (Option A) आपको 7.1% का रिटर्न देता है, जबकि दूसरा विकल्प (Option B) औसतन 12% रिटर्न देता है. आप क्या चुनेंगे? जाहिर है, Option B क्योंकि 5% का अंतर महत्वपूर्ण होता है, और हर कोई अपनी पूंजी पर अधिकतम रिटर्न पाना चाहता है.

लेकिन, असलियत में ऐसा नहीं हो रहा, भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के अनुसार, कम रिटर्न के बावजूद, सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF) म्यूचुअल फंड्स की तुलना में तीन गुना अधिक निवेश किया जा रहा है.

निवेश का ट्रेंड : आंकड़ों की कहानी

RBI के ताजा आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023-24 (FY24) में भारतीय निवेशकों ने पीपीएफ में लगभग 7.18 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया, जबकि म्यूचुअल फंड्स में सिर्फ 2.38 लाख करोड़ रुपये निवेश किये गए, पिछले वर्षों में भी यही ट्रेंड देखा गया

पिछले वर्षों में भी यही ट्रेंड देखा गया:

वित्तीय वर्षपीपीएफ निवेश (करोड़ में)म्यूचुअल फंड निवेश (करोड़ में)
2021-224,86,889 रुपये 1,60,600 रुपये
2022-236,26,575 रुपये 1,79,088 रुपये
2023-247,18,661 रुपये 2,38,962 रुपये

Source: RBI data

पीपीएफ क्या है?

पीपीएफ एक सरकारी-backed निवेश विकल्प है, जहां आप हर साल 500 रुपये से 1,50,000 रुपये तक जमा कर सकते हैं, इसकी अधिकतम अवधि 15 साल होती है

  • रिटर्न: 7.1%
  • विशेषता: कर-मुक्त लाभ (EEE श्रेणी में आता है)

म्यूचुअल फंड क्या है?

म्यूचुअल फंड एक ऐसा निवेश विकल्प है, जहां कई निवेशकों का पैसा इक्विटी, बॉन्ड्स और अन्य सिक्योरिटीज में लगाया जाता है. इसे एक पेशेवर फंड मैनेजर द्वारा संचालित किया जाता है.

  • रिटर्न: औसतन 12% (लंबी अवधि में)
  • जोखिम: बाजार की अस्थिरता के कारण रिटर्न गारंटी नहीं होती

पीपीएफ और म्यूचुअल फंड : प्रदर्शन की तुलना

अगर आप हर साल 1.5 लाख रुपये निवेश करें, तो 15 वर्षों के बाद आपके पास कितना होगा –

  1. पीपीएफ : 47.43 लाख रुपये (पूरी तरह कर-मुक्त)
  2. म्यूचुअल फंड : 75.68 लाख रुपये (12% औसत रिटर्न पर), लेकिन इसमें 1.25 लाख रुपये से अधिक के मुनाफे पर 12.5% टैक्स लगेगा.

हालांकि म्यूचुअल फंड से रिटर्न अधिक है, लेकिन पीपीएफ की गारंटी और टैक्स लाभ इसे अधिक आकर्षक बनाते हैं.

क्यों भारतीय निवेशक पीपीएफ को प्राथमिकता देते हैं?

पीपीएफ (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) एक जोखिम-मुक्त निवेश विकल्प है, जिसे सरकार द्वारा गारंटी दी जाती है, जिससे डिफॉल्ट का कोई खतरा नहीं होता, यह विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो अपने धन को सुरक्षित रखते हुए स्थिर और कर-मुक्त रिटर्न चाहते हैं. पीपीएफ का मुख्य आकर्षण इसका सुरक्षा, स्थिरता और कर लाभ का अनूठा संयोजन है. जैसा कि LEDSAK AI के संस्थापक सैफ अहमद खान कहते हैं, “पीपीएफ सुरक्षा, स्थिर रिटर्न और कर लाभ का अनोखा संयोजन है. यह उन निवेशकों के लिए आदर्श है जो अपने पूंजी को सुरक्षित रखना चाहते हैं” लंबे समय तक अनुशासित निवेश के लिए यह एक बेहतरीन साधन है.

कहां निवेश करें

निवेश करते समय जोखिम और रिटर्न के बीच संतुलन बनाना जरूरी है. म्यूचुअल फंड उन निवेशकों के लिए उपयुक्त हैं, जो जोखिम उठाने और दीर्घकालिक निवेश से अधिक रिटर्न की उम्मीद रखते हैं. वहीं, पीपीएफ उन लोगों के लिए आदर्श है, जो स्थिरता, कर लाभ और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं. विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो में उच्च और निम्न जोखिम वाले विकल्पों का मिश्रण रखना चाहिए, युवा निवेशक म्यूचुअल फंड में प्रमुखता से निवेश कर सकते हैं, जबकि रिटायरमेंट के करीब पहुंचने वाले निवेशकों को पीपीएफ और डेट म्यूचुअल फंड्स जैसे सुरक्षित विकल्पों पर ध्यान देना चाहिए.

पीपीएफ और म्यूचुअल फंड दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं

  • यदि आपका लक्ष्य पूंजी संरक्षण और टैक्स बचत है, तो पीपीएफ बेहतर विकल्प है.
  • यदि आप उच्च रिटर्न के लिए जोखिम लेने को तैयार हैं, तो म्यूचुअल फंड को प्राथमिकता दें, सही निवेश निर्णय के लिए अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें
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