BSE और NSE ने SME IPO के लिए जुलाई 2025 से नई सख्त गाइडलाइंस लागू कर दी हैं

अब रिटेल निवेशकों को कम से कम 2 लॉट में बोली लगानी होगी, जिसकी लागत 2 लाख रुपये से ज्यादा होगी

अब निवेशक Cut-off Price नहीं चुन सकेंगे, जिससे कीमतों में अधिक अनुशासन आएगा

एक बार बोली लगाने के बाद बिड घटाना या रद्द करना संभव नहीं होगा

SME IPO बिडिंग अब 4 बजे तक, और UPI एप्रूवल की डेडलाइन 5 बजे तक तय की गई है.

SME कंपनियों को अब पिछले 3 में से 2 साल में कम से कम 1 रुपये करोड़ EBITDA दिखाना जरूरी

OFS 20% से ज्यादा नहीं, और GCP 10 करोड़ रुपये या 15% (जो कम हो) तक सीमित

SME IPO की रफ्तार थोड़ी धीमी हो सकती है, लेकिन यह कदम लंबे समय के लिए निवेशकों की सुरक्षा और पारदर्शिता सुनिश्चित करेगा